जिले में मेड़ता सिटी से मेड़ता रोड के बीच संचालित होने वाली रेल बस (Rail bus) अब हो बंद जाएगी. नागौर जिले में 25 साल पूर्व मेड़ता सिटी से मेड़ता रोड (Merta City to Merta Road) जंक्शन के लिए 4 रेल बसों का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन रखरखाव के अभाव में ये रेल बसें खटारा होने लगी. 3 रेल बसें पूर्व में बंद हो चुकी हैं और अब चौथी रेल बस को भी बंद करने की घोषणा (Announcement) कर दी गई है. यह संभवतया शुक्रवार को यह अंतिम बार (Last time) ट्रैक पर दौड़ेगी.
तीन रेल बसों को पूर्व में क्रमवार बंद किया जा चुका है
मेड़ता सिटी से मेड़ता रोड के लिए संचालित की गई ये रेल बसें एशिया की पहली रेल बसें थी. तीन रेल बसों को पूर्व में क्रमवार बंद किया जा चुका है. अब अंतिम रेल बस बची थी. पहले यह रेल बस 1 फरवरी से बंद की जानी थी, लेकिन अब संभवतया इसे 7 फरवरी के बाद बंद कर दिया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि यह शुक्रवार को अंतिम बार यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी. इसके बंद होने से मेड़ता सिटी सहित आसपास के लोगों को रेल बस की सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा.
25 बरसों से चली रही रेल बस
15 किमी सफर में 65 मिनट लगा रही थी
रेल बस खटारा होने के बाद पिछले 1 साल से 15 किमी सफर में 65 मिनट लगा रही थी. मेड़ता रोड़ और मेड़ता सिटी के बीच सी- 4,5,6,7,9,10 और 11 सहित सात मानवरहित फाटक हैं. वहां पर चैन फाटक लगाई गई है. बीते एक साल से एक गैंगमैन रेल बस में बैठकर जाता है. वह प्रत्येक मानवरहित फाटक पर रेल बस रोककर सेफ्टी चेन लगाता है. फिर रेल बस फाटक को क्रोस करती है. उसके बाद वह फिर रुकती और गैंगमैन रेल बस में बैठता है. ऐसे 7 मानव रहित फाटक और मेड़ता सिटी में स्थित 2 रेल फाटक संख्या सी- 12, 13 को बंद करता है और खोलता है. इससे 15 किमी के सफर में 65 मिनट का वक्त लगता है.